रैना बीती जाये, श्याम ना आये
निंदीया ना आये
शाम को भूला, श्याम का वादा
संग दिये के जागे राधा
किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस बैरन से लागी नज़रिया
बिरहा की मारी प्रेमदीवानी
तन मन प्यासा, अंखियों में पानी
निंदीया ना आये
शाम को भूला, श्याम का वादा
संग दिये के जागे राधा
किस सौतन ने रोकी डगरिया
किस बैरन से लागी नज़रिया
बिरहा की मारी प्रेमदीवानी
तन मन प्यासा, अंखियों में पानी
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